मरजाऊं अगर तेरा साथ न मिले

**कहानी का शीर्षक: "मरजाऊं अगर तेरा साथ न मिले" हर कहानी की शुरुआत किसी एक आम दिन से होती है…लेकिन ये कहानी थी अर्जुन की, जिसकी जिंदगी ने अचानक एक मोड़ ले लिया था।अर्जुन एक साधारण लड़का था, छोटे से गाँव का रहने वाला। उसके सपने बड़े थे, लेकिन संसाधन छोटे। पढ़ाई में तेज़ था, पर परिवार की मजबूरी के कारण कॉलेज जाना भी आसान नहीं था। पर उसके दिल में उम्मीद की एक छोटी सी चिंगारी हमेशा जलती रहती।एक दिन गाँव में एक नई लड़की आई। उसका नाम था “अमृता”। बेहद खूबसूरत, पर अकेली। उसके आँखों में कुछ