आज पता नहीं क्यों, मुझे कंचन की बहुत याद आ रही है। कई बार उसकी तस्वीर निकालकर देख चुका हूँ, पर मन है कि शांत ही नहीं हो रहा। उसका नंबर फोन में सेव है, लेकिन मुझमें इतनी हिम्मत नहीं कि उससे बात कर सकूँ। बस उसकी व्हाट्सएप की लास्ट सीन देखकर ही दिल बहला लेता हूँ।आज हालत कुछ ज़्यादा नाज़ुक है। मेरा मन हर पल उसी के बारे में सोचता रहता है। वो मुझे जीवन में मिलेगी या नहीं, यह नहीं जानता, पर रब से यही गुज़ारिश करता हूँ कि वो जहाँ भी रहे, खुश रहे। कोई ऐसा मिले