️ कहानी: “अधूरी किताब” – भाग 4: अधूरी यादें और नए खतरे रहस्यमयी रात का अलामरीया शर्मा, राहुल वर्मा और काव्या मिश्रा ने किताब को सुरक्षित बक्से में बंद करके लाइब्रेरी के सबसे गहरे कोने में रख दिया था। लेकिन उस रात, रीया की नींद चैन से नहीं थी। उसका मन बार-बार उसी प्राचीन दृश्य में उलझता जा रहा था। उसकी आँखें खुलीं और वह अपने कमरे की खिड़की से बाहर झाँकने लगी। हवेली की अंधेरी परछाईयाँ धीरे-धीरे उसकी सोच में समा रही थीं।“क्या सच में यह खत्म हो गया?” उसने खुद से पूछा।पर जवाब था… एक अनजानी चुप्पी।उसके पास