सुरेश और रमेश स्कूल के सबसे बिगड़े और शरारती बच्चों में से गिने जाते थे। उन दोनों को कोई कुछ नहीं कहता था क्योंकि सबको उसका अंजाम पता था। कुछ साल पहले एक टीचर ने उन्हे उनकी शरारतों के लिए बहुत मारा था।जिसके बाद वो टीचर हमेशा के लिए गायब हो गया। अमीर घरो से सम्बन्ध होने की वजह से स्कूल प्रिंसिपल भी उन्हे कुछ नहीं कह पाता था। उनके पैरेंट्स स्कूल में फंडिंग जो करते थे।अपनी इसी धौंस को वह दोनो सब पर जमाते थे। उन्हे अपनी सारी हरकतों पर गर्व था। रमेश, सुरेश से कहता है....आज वही दिन है....पांच