शहीद की विधवा - सीजन 1 - भाग 5

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मुझे ठाकुर साहब कि बातें सुन कर क्रोध आने लगा जो उन्होंने मेरे चेहरे पर स्पष्ट देख लिया और सहम गए। मैं भी वहीं एक कुर्सी खींच कर बैठ गया।     थोड़ी देर मैं शांत भाव से आत्म मंथन करता रहा और अचानक मुस्कुरा कर बोला। ठाकुर साहब आपको क्या लगता है कि आपके समधी सिंह साहब के पास कितने की जायदाद होगी?    थोड़ी देर सोचने के बाद वो बोले कि ज़मीन ज़मीन सिर्फ 1 करोड़ के आस पास की होगी। फिर मैने उनसे संक्षिप्त में पूछा कि नगद और ज़ेवरात वगैरह मेरे इस सवाल के जबाब में