-----------------------प्यार मे पड चित्त किसी की सुध नही रखता । खुद कि भी नही..! किताबो मे पढा था और लिखा भी था मैने ऐसे लड़कपन मे पडे प्यार के एहसास को! जब लिखती थी तो सोचती कि क्या मै भी कभी प्यार करूंगी। जवाब आज मिला ! हां मैने भी प्यार किया है । मैने अपने और नैना के लिए मसाला चाय बनाई और जाकर बाल्कनी मे बैठ गई। नैना वही थी । वो स्केच बना रही थी । मैने ध्यान से देखा तो पाया कि वो मेरी तस्वीर बना रही थी । मेरे चेहरे पर मुस्कुराहट खिल उठी । मेरे