ब्रम्हदैत्य - 8

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भाग 8: दरारगाँव पहुँचते ही कार के ब्रेक की तीखी आवाज़ गूंज उठी। इंजन की घर्र-घर्र और टायर्स के रगड़ की गूँज ने सन्नाटे को चीर दिया। उस शांत और नींद में डूबे गाँव में जैसे किसी ने बम गिरा दिया हो। घरों के दरवाज़े एक-एक कर खुलने लगे, खिड़कियों से चेहरों ने झाँकना शुरू किया और कुछ ही पलों में दर्जनों लोग रास्ते पर जमा हो गए।रिया, जो अब तक खुद को जैसे मुश्किल से संभाले हुए थी, गाड़ी से उतरते ही राहुल पर बरस पड़ी। उसकी आँखों में गुस्से और दुख का सैलाब उमड़ रहा था।"तुमने अपनी जान