आर्यन की जिंदगी हमेशा साधारण रही थी। दिल्ली के उत्तर-पूर्वी इलाके में एक छोटा सा अपार्टमेंट, एक मामूली नौकरी, और एक एकाकी जीवन। लेकिन उसके भीतर हमेशा एक खालीपन था, जिसे कोई भी चीज़ भर नहीं पाती थी। उसे कभी-कभी अजीब ख्याल आते—सपनों में, उसे किसी रहस्यमय महिला का चेहरा दिखाई देता, जिसकी आंखों में जलन और कामवासना का अजीब मिश्रण होता।एक रात, जब बारिश की बूँदें उसकी खिड़की पर टकरा रही थीं, आर्यन ने एक पुरानी किताब खोली। किताब का नाम था *“रहस्यमयी आत्माओं और उनकी कामवासना”*। आर्यन ने जैसे ही किताब के पन्नों को पलटना शुरू किया, उसे