एक राज्य था—सूर्यनगर, जहाँ हर सुबह सुनहरी धूप महलों की चट्टानों और बाग़ों पर पड़ती थी। झरनों की कल-कल आवाज़ पूरे राज्य में गूंजती और फूलों की खुशबू हवाओं में बसी रहती। यह राज्य वैभव और सांस्कृतिक विरासत का प्रतीक था, लेकिन इसके भीतर राजसी जीवन की चमक के बावजूद, कुछ दिलों में अधूरी ख्वाहिशें और अनकहे दर्द छिपे थे। इसी राज्य में सिया नाम की राजकुमारी रहती थी, जिसकी किस्मत का सफर, प्रेम और इंतज़ार की दास्तान से भरा होने वाला था। सिया, राजकुमारी थी, जिसे अपने ही राज्य के एक साधारण युवक वीर से प्रेम हो गया। ज़ाहिर