ओ मेरे हमसफर - 23

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(दो साल बाद प्रिया पूरी तरह बदल चुकी है—अब वह भीम रियल एस्टेट में काम करती है, लेकिन नौकरी पर बने रहने के लिए उसे पाँच प्रोजेक्ट बेचने का दबाव है। कंपनी भी संकट में है और एक साल में ग्रोथ न होने पर बंद हो सकती है। दूसरी ओर रिया IAS की तैयारी कर रही है, लेकिन अख़बार में कुणाल सक्सेना की तस्वीर देखकर अतीत की यादें उसे विचलित कर देती हैं। कुणाल दोनों बहनों के लिए कभी ढाल था। परिवार से बात करके रिया को हिम्मत मिलती है और प्रिया को भी नया उत्साह। दोनों बहनों की राहें