दिल्ली के एक छोटे से गाँव, चीरा बाजार में, 11 दिसंबर, 1926 को एक लड़की का जन्म हुआ, जिसका नाम शांति देवी रखा गया। उनके माता-पिता, बाबू रंग बहादुर माथुर और उनकी पत्नी, एक साधारण जीवन जीते थे। जब शांति करीब 3 साल की हुई, तब से ही उन्होंने अपने पिछले जीवन के बारे में अजीबोगरीब बातें करना शुरू कर दिया। उनके माता-पिता को लगा कि ये बस बच्चों का खेल है, पर जैसे-जैसे समय बीता, उनकी बातें और भी स्पष्ट और विस्तृत होती गईं। शांति अपनी 'पुरानी' दुनिया के बारे में बताती रहती थीं, जिसमें उनका नाम लुग्दी था