विषैला इश्क - 26

(सनी के बलिदान और निशा के कोमा ने परिवार को तोड़ दिया है। आद्या न्याय की राह चुनती है, जबकि अतुल्य बदले की आग में जलकर नागस्वरूप में जाग उठता है। तांत्रिक की काली साजिश—आद्या को वश में करना और नागमानव की बलि—अब और भयावह हो चुकी है। शहर जाते समय अतुल्य आधा नाग बनता है और अचानक काले नागों का झुंड उसे उठा ले जाता है। आद्या की चीखें जंगल में गूंजती रह जाती हैं… पर असली सवाल यह है—क्या अतुल्य बलि बनेगा या एक और बड़ा रहस्य सामने आएगा? अब आगे)तुम कौन हो आद्या?आद्या वहीं कार के पास