तुम वो शाम हो - 10

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--- भाग 1: सुबह की दस्तकपेरिस की एक सर्द सुबह — मिहिका अस्पताल में थी।  अयान उसके पास बैठा था, उसकी हथेली थामे हुए।  कमरे में खामोशी थी, लेकिन उस खामोशी में एक इंतज़ार था — एक नई आवाज़ की।> “क्या तुम तैयार हो?”  > मिहिका ने मुस्कराकर कहा, “शायद नहीं… लेकिन मोहब्बत ने कभी तैयारी माँगी है क्या?”--- भाग 2: पहली आवाज़दोपहर 2:47 पर — एक बच्ची का जन्म हुआ।  उसकी पहली चीख ने कमरे की खामोशी को तोड़ा — और अयान की आँखों में आँसू आ गए।मिहिका ने बच्ची को देखा —  > “ये हमारी कहानी की सबसे प्यारी पंक्ति है।”अयान ने कहा:  >