यह सिर्फ़ एक प्रेम-कहानी नहीं, बल्कि भरोसे के टूटने, दोस्ती के बिकने और इंसानी चालों के खेल का रहस्यमय सफ़र है।प्रमुख पात्र अर्जुन (नायक) – भावनाओं में सच्चा, सपनों को पाने के लिए संघर्षरत।स्मिता (नायिका) – बाहर से मासूम, भीतर रहस्यमयी और चतुर।राकेश (नायक का मित्र) – हाल ही में प्रेमीका द्वारा त्यागा हुआ, परंतु चालाक।विक्रम (नायिका का तथाकथित भाई/दोस्त) – गीता और प्रीति (राकेश की सहेलियाँ) – कहानी में भावनात्मक उतार-चढ़ाव लाने वाली सहायक पात्र। मिस मेघा (गुरु/मार्गदर्शिका) – अर्जुन को सही रास्ता दिखाने वाली प्रकाशस्तंभ। अध्यायों का खाका (Index/Contents)1. प्रस्तावना – टूटा हुआ अतीत, नए सपनों की शुरुआत2.पहली मुलाक़ात – मासूम चेहरा,