कहानी के पिछले भाग में देखा कि जब मीरा पास्ट में ग ई थीं, तब उसे एक डायरी मिली थी...मीरा ने डायरी को पढ़ना शुरू ही किया कि उसे डायरी से एक तस्वीर मिली वो तस्वीर थी, अनुराधा कि, और अनुराधा कि शक्ल हु-ब-हू मीरा से मिलती है....अब आगे....रात को 8 बजे आरव ऑफिस से घर वापस आता है, मीरा थोडी सी कंफ्यूज लग रही थी...आरव : क्या हुआ मीरा??मीरा : कुछ भी तो नहीं, तुम बताओ कैसा रहा दिन.??आरव: बहुत बुरा,. बहुत काम था आज.. तुम बताओ क्या क्या किया आज... सिर्फ मां के साथ बाते ही कि या मेडिसिन भी