मीरा कुछ समझ नहीं पा रही थी कि आखिर क्या वजह है... उसके बार बार उस टाइम लाइन में जाने कि... इस बार मीरा के हाथ में एक डायरी लगी थी ,क्या मीरा जान पायेगी डायरी में लिखे राज.....???अब आगे....अचानक मीरा की नींद खुलती हैं, वो अपने आप को स्टडी रूम में देखती है...ये क्या अभी तो यहां ढेर सारी पेंटिंग्स रखी थी...मीरा समझ चुकी थी, वो वापस आ ग ई है... पर इस बार वो डायरी के साथ वापस आई थी... मीरा जल्दी से उठकर अपने कमरे में चली जाती है... अभी सुबह के करीब 5 बज चुके थे, सबकुछ