शादी को कुछ ही दिन हुए थे,, मीरा और आरव अपनी जिंदगी के नये सफर को लेकर बहुत खुश थे,, इस मुंबई शहर की भाग दौड़ भरी जिंदगी से दूर वो कही शुकुन भरी जिंदगी बिताना चाहते थे...लंबे समय तक घर वालों को लव मैरिज जैसी बात.... मानने के बाद उन लोगों ने कोर्ट मैरिज को चुना...मीरा शादी जैसी चीजों में पैसा लगाना बर्बाद करना समझती थी...उसका प्लान एक घर लेना था... पर इस मुंबई जैसे शहर मे छोटे बजट में घर लेना कहा पाॅसिबल था,, इसलिए उन्होंने एक छोटे शहर में घर लेना ज्यादा जरूरी समझा...ऊपर से आरव भी