एपिसोड 18 – संविधान के निर्मातास्वतंत्रता की आहट अब साफ सुनाई देने लगी थी।1940 के दशक में अंग्रेजों की पकड़ ढीली पड़ रही थी और भारतीय नेताओं के बीच सत्ता हस्तांतरण की तैयारियाँ शुरू हो चुकी थीं।लेकिन इस बीच सबसे बड़ा सवाल यह था—“आज़ाद भारत किस रास्ते पर चलेगा? उसके नियम-कानून क्या होंगे? क्या वह सचमुच सबको बराबरी देगा?”यही सवाल बाबासाहेब अंबेडकर के जीवन की अगली बड़ी भूमिका को जन्म देता है।---संविधान सभा में प्रवेश1946 में संविधान सभा का गठन हुआ।यह सभा भारत के भविष्य की रूपरेखा तैयार करने के लिए चुनी गई थी।शुरुआत में अंबेडकर का नाम संविधान सभा