यहां मै कहानी की शुरुआत करने से पहले, आपको कुछ बताना चाहती हूं, मैंने इस कहानी का पहला पार्ट जब लिखा, और नेक्स्ट पार्ट पर किल्क कर रही थी, तो गलती से complete का option touch हो गया, आप लोगों को ये कहानी अधूरी लगी होगी, पर अब मै बिना गलती किये कहानी के आगे के भाग लिख रही हूं.... मेरी ग़लती को माफ कीजिएगा और मुझे सपोर्ट किजिए... "आरोही गुनाहगार या शिकार"रात भर गरजते बादल,,, और हो रही बारिश से आरोही को कोई फर्क नहीं पड रहा था,, आरोही का फोन जो कि रात में न