नागमणि - भाग 12

  • 564
  • 195

।नागमणि – भाग 12️ लेखक – विजय शर्मा ए़री1. नया तूफ़ानराधा ने नागमणि मंदिर में स्थापित कर दी थी। गाँव में सुख-शांति लौट आई थी। लेकिन शांति कभी स्थायी नहीं रहती।दूर हिमालय की पहाड़ियों में एक और तांत्रिक ‘कालभैरव’ तपस्या कर रहा था। जब उसे भैरवनाथ की हार और नागमणि की रक्षा का समाचार मिला तो उसकी आँखों में जलन और लालच दोनों तैर गए।वह हँसा –“भैरवनाथ तो बच्चा था। नागमणि मेरा जन्मसिद्ध अधिकार है। अब धरती काँपेगी और नागराज भी मेरे सामने झुकेगा।”2. गाँव में अशुभ संकेतएक रात गाँव के ऊपर काले बादल छा गए। बिना बारिश के बिजली