---️ भाग 1: बारिश अब रोज़ नहीं आतीजान्हवी और विराज अब एक साथ हैं — एक छोटे से घर में, स्टेशन के पास। दीवारों पर जान्हवी की स्केच हैं, और अलमारी में विराज की तस्वीरें।लेकिन अब बारिश कम हो गई है — और खामोशी ज़्यादा।विराज देर रात तक काम करता है — एक नई डॉक्यूमेंट्री पर। जान्हवी बच्चों को आर्ट सिखाती है — लेकिन उसकी आँखों में थकान है।> “हम साथ हैं… लेकिन क्या हम साथ चल रहे हैं?” — जान्हवी ने अपनी डायरी में लिखा।--- भाग 2: विराज की उलझनविराज की तस्वीरें अब रंगीन नहीं रहीं — वो अब ब्लैक एंड