भाग 1: पहली मुलाकातआरव की जिंदगी हमेशा से ही किताबों और शब्दों के बीच बीती थी। वह 28 साल का लेखक था, जिसकी कलम में भावनाओं का जादू था, लेकिन अभी तक उसकी जिंदगी में वही रंग नहीं था जो उसकी कहानियों में था।एक दिन, शहर के सबसे पुराने कैफे “सोल कैफे” में बैठकर उसने अपने नए उपन्यास के मसौदे पर काम करने का निर्णय लिया। कैफे की हल्की धुन, कॉफी की खुशबू और खिड़कियों से आती मंद रोशनी उसे हमेशा से आकर्षित करती रही थी।कैफे में प्रवेश करते ही उसकी नजर पड़ी एक लड़की पर। वह कोने में पेंटिंग