---अध्याय 5 – पहला मौकाकठिनाइयों के बीच ज़िंदगी कभी-कभी एक रोशनी की किरण भी दिखा देती है। मुकुंद के लिए यह रोशनी तब आई, जब प्रोफेसर ने क्लास में एक घोषणा की—“अगले महीने हमारे कॉलेज में Inter-College Debate Competition होने जा रहा है। यह मौका सिर्फ पढ़ाई का नहीं, बल्कि आपकी personality और confidence दिखाने का है। जो छात्र भाग लेना चाहते हैं, वे कल तक अपने नाम दे दें।”पूरी क्लास में हलचल मच गई। कई students उत्साहित थे, कुछ घबराए हुए। सुदीप ने मुकुंद को कुहनी मारते हुए कहा,“भाई, ये तो तेरे लिए perfect chance है! तू कितना अच्छा