अदृश्य त्याग अर्धांगिनी

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परिचयमेरा नाम अर्चना कुमारी है और मैं एटा, उत्तर प्रदेश की निवासी हूँ। मैंने बीए हिंदी की शिक्षा प्राप्त की है।मेरी पहली पुस्तक, "अनकहे त्याग: अर्धांगिनी", उन पत्नियों के अनकहे त्याग और निःस्वार्थ प्रेम को समर्पित है, जिन्हें अक्सर समाज में नज़रअंदाज़ कर दिया जाता है। इस पुस्तक में मैंने कविताओं और विचारों के माध्यम से यह दर्शाने का प्रयास किया है कि कैसे पत्नियों के प्रेम को अक्सर प्रेमिका के प्रेम से तुलना करके स्वार्थी समझा जाता है, जबकि उनका त्याग और समर्पण अतुलनीय है।मैंने इस पुस्तक में ऐसे सरल और सहज शब्दों का प्रयोग किया है, ताकि पाठक