माफिया की नजर में - 17

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माफ़िया की नज़र में – Part 17: "आखिरी राज़ का पीछा""कभी-कभी राज़ सिर्फ़ सच नहीं होते, वो एक ऐसी आग होते हैं जो सब कुछ जला देती है।"अहाना का दिल अब जैसे एक अनजाने डर में डूब चुका था। पुराने गोदाम की वो खौफनाक रात—रायान का प्यार भरा इक़रार, रवि की मौत, और दूसरी डायरी का सच—उसे एक नई मंज़िल की ओर खींच रही थी। वो अनजाना मैसेज—“तुम्हारे पापा का एक आखिरी राज़ बाकी है”—उसके दिमाग में बार-बार गूंज रहा था। रवि की आखिरी सलाह—“इस दुनिया से दूर रहना”—और दूसरी डायरी, जो अब पुलिस के पास थी, उसे और