Part 3: [स्थान: शहर की एक व्यस्त सड़क | समय: दोपहर]एक अचानक आई कार का हॉर्न बजता है। सड़क के बीचोंबीच एक डॉगी फँस गया है — काँपता, डरा हुआ।सब लोग चिल्ला रहे हैं –"हटाओ इसे!""किसका है ये कुत्ता!""कहीं कुचला न जाए!"उसी भीड़ में से एक परछाई सी तेज़ी से निकलती है — आरव।(असल में एलियन)वो झटपट उस डॉगी को अपनी बाँहों में उठा लेता है।कार रुक जाती है।लोग तालियाँ बजाते हैं। भीड़ (हैरानी से):"अरे वाह! क्या रिफ्लेक्स हैं!""तू तो किसी मूवी का हीरो लगता है!""कहाँ से आया रे तू?"एक आदमी मुस्कुरा कर पूछता है —"रनर हो क्या? नज़र ही