काला असर

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रीमा नाम की एक लड़की थी। उसका घर गाँव की पुरानी गलियों में था, जहाँ संकरी सड़कों पर शाम ढलते ही सन्नाटा छा जाता था। रीमा अपनी पढ़ाई और सलीके के लिए जानी जाती थी। मोहल्ले की औरतें अक्सर कहतीं—“इतनी तेज़ दिमाग वाली लड़की है, कल को बड़ा नाम करेगी।” लेकिन यही बातें कुछ लोगों को बुरी लगतीं।जहाँ प्रशंसा होती है, वहाँ ईर्ष्या भी जन्म लेती है।शुरुआत बहुत छोटी-छोटी घटनाओं से हुई। कभी उसकी किताबें बिना वजह गिर पड़तीं, कभी कमरे का दिया अपने आप बुझ जाता। पहले उसने इसे इत्तेफ़ाक़ समझा। मगर एक रात नींद में उसे महसूस हुआ