(आद्या रात को रूचिका के कमरे में पहुँचती है, जहाँ उसकी परछाई की जगह आइने में नागरानी प्रकट होती है और उसे सम्मोहन में डालकर सब भुला देती है। सुबह आद्या अजीब-सी खाली मुस्कान के साथ उठती है, फिर बाथरूम में टूटे आइने और नागलिपि मिलने पर सब दहशत में आ जाते हैं। अस्पताल में रिपोर्ट सामान्य रहती है, पर आद्या बेहोश होकर सिर्फ “आईना” शब्द बड़बड़ाती है। नागलोक में खुलासा होता है कि नागरानी ने ऐसा मंत्र किया है जिससे आद्या अपनी नाग शक्तियाँ, नागधरा और वनधरा लोक से जुड़ी सारी यादें खो चुकी है। अब आगे) अतुल्य का सचअस्पताल