कामिनी और रात्रि व्यापारियों के साथ सिंधु देश के लिए निकल पढ़ती है, वह सूर्योदय होते ही नगर के बाहर तक पहुंच जाती है।एक व्यापारी कामिनी की अद्भुत सुंदरता को देखकर रात्रि से पूछता है।"यह अति सुंदर कन्या कौन है"? "इसके मुखमंडल में स्वर्ण जैसी चमक है और इसके वस्त्र और आभूषण राजकुल जैसे प्रतीत होते हैं"।यह सिंधु देश के महामंत्री की पुत्री कामिनी है, अपने ननिहाल हिम प्रदेश आई थी, दुर्भाग्यवश! "अपने सेवकों से भटक गई और कामपुर आ गई, महामंत्री से तुम सभी व्यापारियों की प्रशंसा करके तुम सबको अमूल्य उपहार दिलवाउंगी बस तुम सभी सिंधुदेश पहुंचने में