नीम की शराब

अध्याय 1 : मिट्टी की खुशबू गाँव की हवा में उस दिन कुछ अलग ही बात थी।आसमान पर बादल छाए हुए थे और धूल से भरी ज़मीन पर पहली बारिश की बूँदें गिरते ही मिट्टी से सोंधी खुशबू उठने लगी थी।वह खुशबू, जो सीधे दिल में उतर जाए, जैसे कोई पुराना गीत जिसे सुनते ही आत्मा मुस्कुरा दे।गाँव का नाम था सोनपुरा—छोटा-सा, मगर जीवन से भरा हुआ।यहाँ हर आँगन में नीम और पीपल की छाँव थी, हर गली में बच्चों की किलकारियाँ गूँजती थीं।बरसात की पहली फुहार में औरतें घरों के चौखट पर आ जातीं, बच्चे मिट्टी में कूदने लगते और