बेताल की आत्मा कहाँ गई....अब आगे...........आदिराज घोषणा करते हैं की उनकी बेटी के जन्म की खुशी में पूरे गांव को दावत के लिए कहते हैं , जिससे पूरे गांव में खुशी का माहौल था , , आदिराज देविका के पास जाते हैं जिन्हें देखकर देविका उनकी इतनी खुशी का कारण पूछती है...." आप आज बेटी के जन्म पर पूरे गांव को दावत क्यूं देना चाहते हो....?..."आदिराज देविका के हाथ को अपने हाथ में लेते हुए कहते हैं....." देविका पहली जब हमने बेटे के जन्म पर पूरे गांव को दावत दी थी तो हम बेटी के जन्म पर कोई कसर क्यूं छोड़े....