अदिति के जन्म की सच्चाई...अब आगे.............तभी उस चमकती हुई ज्योति में से आवाज़ आती है...." हे ! महात्मा , मैं वनदेवी आपसे एक विनती करती हूं अगर आप उसे स्वीकार करें तो मैं कहूं...."इस आवाज से सबका ध्यान उसकी तरफ जाता हैआदिराज अचानक ज्योति में से आवाज़ सुनकर कहते हैं...." बोलो , क्या विनती करनी है...."" मैं , इस पिशाच को अकेले नहीं मार सकती , इसमें आपके अंश की आवश्यकता होगी , क्योंकि आपकी सकारात्मक शक्तियो ने इसे निढाल बनाया है ,..."" तो तुम कहना क्या चाहती हो वनदेवी ....?..."" हे ! महात्मा , , मुझे आज्ञा दे दो