अतीत की सच्चाई.. 1अब आगे.......... " पहले तुम सब यहां बैठो , सफर से आए हो तक गए होगे..."" नहीं मां अब आराम से बैठने का टाइम नहीं है जल्दी ही अदिति को बचाना होगा...." देविका जी खटोले को बिछाती हुई कहती हैं......" तुम सब बैठो , कांची इन सबके लिए चाय और कुछ खाने के लिए लेकर आ..."." जी मासी.." कांची वहां से रसोईघर में चली जाती हैं लेकिन आदित्य घबराते हुए कहता है....." मां हमें कुछ नहीं खाना बस जल्दी से बताइए सच्चाई क्या है और हम अदिति को कैसे बचा सकते हैं.....?..."देविका जी आदित्य की बात को सुनकर कहती