समता के पथिक: भीमराव - 14

  • 390
  • 102

एपिसोड 14 – पूना पैक्ट : समझौता या संघर्ष?पृष्ठभूमि : दलितों के लिए अलग निर्वाचन1930 में जब ब्रिटिश सरकार ने राउंड टेबल कॉन्फ्रेंस (Round Table Conference) बुलाई, तो उसमें भारत की आज़ादी और दलितों के अधिकारों पर चर्चा हुई।अंबेडकर को भी उसमें बुलाया गया। पहली बार लंदन की उस बड़ी अंतरराष्ट्रीय राजनीतिक सभा में दलित समाज की आवाज़ गूँजी।अंबेडकर ने वहाँ साफ कहा –“दलित हिंदुओं से अलग हैं। अगर हमें स्वतंत्रता में बराबरी चाहिए तो हमें अलग राजनीतिक प्रतिनिधित्व दिया जाए।”ब्रिटिश प्रधानमंत्री रामसे मैकडोनाल्ड ने 1932 में कम्युनल अवार्ड घोषित किया। इसमें दलितों को हिंदुओं से अलग एक अलग निर्वाचक