बाहर से आते शोर को रूहानी ने भी सुना। जब उसने बाहर खड़े भेड़ियों की फौज को देखा तो उसकी आत्मा कांप उठी। उसे लगा जैसे शायद यही उसका अंतिम वक्त होगा। तभी हवेली से अनगिनत चमगादड़ों की फौज बाहर जाने लगी। रूहानी उन्हें देखकर चौंक गई। उन्होंने बाहर जाकर मानव रूप जो ले लिया था। रूहानी के मुंह से निकला "वैंपायरस" ! क्या अब इनकी लड़ाई होने वाली है ?तभी उसकी आंखों के सामने आरव जो एक सुंदर नौजवान के तौर पर उससे मिला था वह भी अपने असली रूप में आकर वैंपायर की फौज के आगे खड़ा हो गया।