बूंदों में छुपा प्यार - 6

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️ भाग 1: सहर की चुप्पीशहर में सुबह की पहली बारिश थी।  अदिति खिड़की के पास बैठी थी — वही अदिति जो अब मुस्कुराना भूल चुकी थी।  उसके हाथ में एक पुराना खत था — जो आरव ने उसे दो साल पहले लिखा था।> “अगर कभी बारिश में तुम्हें मेरी याद आए… तो समझना मैं वहीं हूँ — तुम्हारे पास।”अदिति ने खत को सीने से लगाया — और आँखें बंद कर लीं।--- भाग 2: आरव की वापसीआरव दो साल बाद भारत लौटा था — लंदन की नौकरी छोड़कर।  लेकिन वो किसी को बताना नहीं चाहता था।  उसके पास सिर्फ एक बैग था — और