छाया भ्रम या जाल - भाग 16

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भाग 16डॉ. मेहता लगभग बीस मिनट में ही अपार्टमेंट पहुँच गए। उनके चेहरे पर गहरी चिंता के बावजूद एक स्पष्ट राहत थी। उन्होंने जैसे ही नीला फूल को कांच के जार में और कवच को विवेक के बैग में देखा, उनकी आँखें चमक उठीं।"यह अविश्वसनीय है! मैंने कभी नहीं सोचा था कि आप इतनी जल्दी दोनों चीज़ें ढूंढ लेंगे," डॉ. मेहता ने कहा, उनकी आवाज़ में उत्साह था। उन्होंने नीले फूल को जार में से ध्यान से देखा। फूल अपनी हल्की नीली रोशनी बिखेर रहा था, जिससे कमरे में एक अजीब-सी शांति फैल गई थी। फिर उन्होंने कवच को बैग