खामोश परछाइयाँ - 1

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अध्याय 1 – नई शुरुआतदिल्ली का सेंट मैरी कॉलेज। गर्मियों का पहला दिन।नए सेशन का पहला दिन हमेशा हलचल भरा होता है। हॉस्टल में नए चेहरे, कैंटीन में भीड़, और हर किसी में कॉलेज लाइफ़ का रोमांच।आर्यन भी इन्हीं नए छात्रों में से था। साधारण-सा, मज़ाकिया, और जल्दी दोस्त बनाने वाला।पहली क्लास में उसकी नज़र जैसे ही पड़ी — एक लड़की… नैना।वह बाक़ियों से अलग थी।सबके बीच चुपचाप, कोने की बेंच पर बैठी।चेहरे पर हल्की उदासी, आँखों में कोई गहरा राज़।दोस्तों ने मज़ाक किया —"भाई, उस पर दिल मत लगाना। वो किसी से बात ही नहीं करती।"लेकिन आर्यन को जाने