चैप्टर 1 – मुलाक़ात की वो पहली नज़रकॉलेज का पहला दिन था। हल्की-हल्की बारिश की बूँदें खिड़की से टकरा रही थीं।कैंपस में नए छात्रों की भीड़ लगी थी—कहीं कोई हँस रहा था, तो कहीं कोई घबराया हुआ खड़ा था।अरुण, अपनी किताबों को सीने से लगाए, धीरे-धीरे लाइब्रेरी की ओर बढ़ा।उसकी दुनिया बड़ी साधारण थी—कविताओं की कुछ कॉपियाँ, एक पुराना बैग, और आँखों में सपनों की चमक।लाइब्रेरी में कदम रखते ही उसकी नज़र उस पर पड़ी।वो लड़की सफेद सलवार-कमीज़ में बैठी थी, बाल हल्के गीले, और आँखों में गहराई ऐसी कि जैसे कोई समंदर।वो किताब पढ़ रही थी, पर उसके होंठों