अध्याय 1 – अधर्म की छायामथुरा नगरी… यमुना किनारे बसी वह समृद्ध भूमि, जहाँ हर ओर संगीत, व्यापार और संस्कृति की गूंज थी। परंतु, उस भूमि के ऊपर एक काली छाया मंडरा रही थी — कंस नाम का अत्याचारी राजा। कंस ने अपनी बहन देवकी का विवाह यदुवंशी वीर वसुदेव से धूमधाम से किया था। लेकिन विवाह मंडप से लौटते समय, आकाशवाणी हुई — “हे कंस, जिस बहन को तू स्नेह से घर ले जा रहा है, उसी की आठवीं संतान तेरा वध करेगी।”यह वाणी सुनते ही कंस का चेहरा बदल गया। उसका अहंकार और भय एक साथ जाग उठा। उसने