तुम वो शाम हो - 6

--- भाग 1: एक आम सुबह, एक अनजाना मेलमिहिका को एक मेल आता है — एक प्रतिष्ठित आर्ट स्कूल से, न्यूयॉर्क में।  उसे स्कॉलरशिप मिली है, एक साल के लिए।वो चौंक जाती है —  > “मैंने अप्लाई तो किया था… लेकिन सोचा नहीं था कि सच हो जाएगा।”अयान मुस्कराता है —  > “तो अब क्या करोगी?”मिहिका चुप हो जाती है —  > “तुमसे दूर रह पाऊँगी?”--- भाग 2: अयान का ऑफरअयान को भी एक ऑफर मिला है — एक थिएटर कंपनी से, मुंबई में।वो कहता है:  > “शायद ज़िंदगी हमें दो रास्ते दे रही है… लेकिन क्या हम एक ही मंज़िल चाहते हैं?”मिहिका जवाब देती