बरसात की एक ठंडी रात थी, आसमान में बादल ऐसे गरज रहे थे जैसे किसी गहरे अंधेरे रहस्य को छुपाने की कोशिश कर रहे हों। अर्चना ने पुराने शहर की एक जर्जर एंटीक दुकान से एक अजीब-सी गुड़िया खरीदी थी, जिसे दुकानदार ने बेचते समय सिर्फ इतना कहा था, "इसे घर मत ले जाना... यह किसी की नहीं होती।" लेकिन अर्चना ने उसकी बात को हंसी में टाल दिया। गुड़िया का नाम दुकानदार ने बताया था "Labubu" बड़ी काली आँखें, टूटी हुई दाँतों जैसी सफेद धारियां, और एक अजीब मुस्कान जो देखने वाले के रोंगटे खड़े कर दे।पहली ही रात