(निशा और बेटी आद्या नागलोक से लौटती हैं, जहाँ आद्या का हाथों पर नागचिह्न उसे “नाग रक्षिका” बनाता है। कार में सनी, निशा और आद्या के बीच आधे मानव-आधे नाग हमला करते हैं। निशा गुफा में अद्भुत शक्तियाँ प्रकट करती है—उसके हाथ पर तेज नीला चिह्न उभरता है और साधु भी चकित रह जाता है। निशा अपनी बेटी आद्या की सुरक्षा के लिए साधु को चुनौती देती है और भस्म को रोकती है। सनी स्तब्ध रह जाते हैं। निशा का बदलता रूप, उसकी शक्ति और रहस्यपूर्ण घटनाएँ सनी को आश्चर्यचकित कर देती हैं। अंततः निशा को कुछ याद नहीं रहता,