भाग:11 “चेहरे के पीछे छुपा नाम” बाबुल हक़ अंसारीपिछली झलक: "चलो… वो तुम्हारा इंतज़ार कर रहा है।" — काले हुड वाला आदमीगोदाम के पिछले हिस्से से निकलते हीएक तंग, अंधेरी गलियारे जैसी सुरंग ने उनका रास्ता घेर लिया।दीवारों पर लटकते लोहे के जंग खाए हुक,और ऊपर से टपकता पानी…हर कदम पर ऐसा लगता था मानो किसी अदृश्य निगाह ने उन्हें पकड़ रखा हो।अयान ने धीरे से पूछा, "ये हमें