Eclipsed Love - 13

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मुंबई शहर मुंबई की पहली रात शाम का धुंधलापन मुंबई के आसमान पर छा चुका था। ट्रेन की खिड़की से बाहर झाँकते हुए पावनी ने देखा कि शहर की रोशनी धीरे-धीरे जगमगाने लगी थी। ट्रेन देर हो गई थी—रास्ते में कहीं रुकावट की वजह से। उसकी घड़ी में शाम के 6 बज चुके थे। अनाथालय की शांत शामों के बाद ये हलचल भरी दुनिया उसे किसी सपने जैसी लग रही थी, लेकिन इस सपने में डर का एक हल्का-सा रंग भी घुला हुआ था। बेशक वो अपने फ्यूचर को लेकर एक्सआइटेड थी लेकिन फिर भी काफी कुछ चीजें वो लाइफ में पहली बार