बरसात के वो दिन

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बारिश की पहली बूंद जैसे ही ज़मीन को छुई, हवा में मिट्टी की वो भीनी-भीनी खुशबू फैल गई।अंशुल बालकनी में खड़ा कॉफी पी रहा था और सामने वाली गली में पानी की छोटी-छोटी धाराएँ बह रही थीं।उसे बारिश हमेशा से पसंद थी, लेकिन इस बार दिल किसी और वजह से धड़क रहा था —आज उसे कॉलेज का पहला दिन याद आ रहा था, जब उसने उसे पहली बार देखा था… रूपा को।---पहली मुलाक़ाततीन साल पहले, इसी मौसम में, कॉलेज के गेट पर एक लड़की भीगती हुई अंदर आई थी।उसके बाल भीगे हुए थे, चेहरा पानी से चमक रहा था, और