"वो जो मेरा था..." Episode 11 – जब अतीत का एक चेहरा लौट आया…1. एक अनचाही दस्तकउस शाम मुंबई में हल्की-हल्की बारिश हो रही थी।काव्या बालकनी में बैठी, हाथ में चाय का कप और गोद में अधूरी किताब लिए, सोचों में डूबी थी।बारिश की ठंडी बूंदें हवा के साथ उसके चेहरे को छू रहीं थीं।उसे अच्छा लग रहा था, लेकिन मन में एक अजीब-सी बेचैनी भी थी — जैसे कुछ होने वाला हो।नीचे पार्किंग में हेडलाइट्स की रोशनी दिखी।वो पहचान गई — आरव की कार।लेकिन आज कार धीरे-धीरे, जैसे बोझिल होकर रुकी।ड्राइवर सीट से आरव उतरा, और उसके साथ कोई