तेरे इश्क में हो जाऊं फना - 47

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शावर के नीचे खड़ी होकर उसने अपनी आँखें बंद कर लीं। उसके दिल में कई तरह की भावनाएँ उमड़ रही थीं। पानी की बूंदें जैसे उसकी उलझनों को धोने की कोशिश कर रही थीं। लेकिन भावनाएँ इतनी आसान नहीं होतीं, जो पानी से धुल जाएँ।"दानिश... वो इतना अच्छा क्यों है?"वो खुद से ही सवाल करने लगी। जब भी वह आसपास होता, समीरा को एक अजीब सी खुशी महसूस होती। लेकिन साथ ही, डर भी लगता था। कहीं ये खुशी उसे भी दर्द में न बदल दे?यादों की बारिशशावर के नीचे खड़े-खड़े उसे दानिश से पहली मुलाकात याद आ गई। पानी अब