माफिया की नजर में - 9

माफ़िया की नज़र में – Part 9: "तहखाने का सच""कुछ सच इतने काले होते हैं कि वो सिर्फ़ रास्ते नहीं, पूरी ज़िंदगी बदल देते हैं।"अहाना का दिल अब एक तूफ़ान में फँस चुका था। रवि की बातें—“रायान ने तुम्हारे पापा को मरने दिया”—और उस डायरी के आखिरी पन्ने की वो लाइन—“तुम्हारी गलती ने सब कुछ बर्बाद कर दिया”—उसे रातभर सोने नहीं दे रही थीं। रायान की पुकार—“वहाँ से निकलो, अभी!”—और रवि का दावा कि वो उसका चाचा है, उसे दो रास्तों के बीच छोड़ गया था। “मुझे किस पर भरोसा करना चाहिए?”वो पुरानी हवेली के तहखाने की ओर जाने