माफ़िया की नज़र में – Part 8: "हवेली का रहस्य""कुछ सच इतने गहरे दफन होते हैं कि उन्हें खोजने की कोशिश में इंसान खुद को खो देता है।"अहाना का मन अब एक भंवर में फँस चुका था। रायान की बातें—“मैंने खुद को धोखा दिया”—और वो कागज़ का संदेश—“रायान का सच डायरी में नहीं, मेरे पास है”—उसे रातभर सोने नहीं दे रहे थे। पापा की डायरी में मिला वो फोटो, जिसमें वो और रायान साथ हँस रहे थे, अब उसके दिल में सवालों की आग जला रहा था। “पापा, आप माफ़िया थे? और रायान… क्या वो सच में आपका दोस्त